सर्दियाँ शुरू हो गई है और इस मौसम में खाने -पीने का कुछ और ही मज़ा है और इसलिए कुछ न चलता ही रहता है | बाकी सभी मौसमों के मुक़ाबले खाने का मजा सर्दियों में ही आता है |
बड़े बुजुर्ग भी कह गए हैं :
गर्मी में खाया पचाया न जाये ,
और सर्दी का खाया अंग लग जाए |
इधर खाया उधर हज़म खूब लगता है खाया पीया। मोटापा भी चढ़ सकता है इसलिए सावधान रहें।
मिठाई की जगह बस छोटी सी डली खाना खाने के बाद सदैव गुड़ की ही खाएं। दिमागी न्यूरॉन्स मीठा मांगते हैं खाना खाने के बाद। सर्दियों में खाना पचाने की शरीर की क्षमता ज्यादा होती है | गुड़ पाचन को ऐड़ लगा देता है। पुराना गुड़ खाएं ,नया ज्यादा साफ शफ़ाक़ ज्यादा पीला न हो इसमें तेज़ाब ज्यादा मिलेगा।
गुड़ एक फायदे अनेक :
(१ )आयरन की कमी होती है दूर :- खाने मे थोड़ा सा गुड़ शामिल करने से शरीर मे मौजूद आयरन के तत्व में बढ़ोतरी होती है जो खून की कमी के लिए कारक होता है | गुड़ खाने से खून की कमी दूर होती है ,खासकर आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया काबू में आता है।
(२ )जीवन शैली रोग मधुमेह (डायबिटीज )में भी गुड़ की डली आप खाना खाने के बाद निश्चय ही खा सकते हैं।आधुनिक रोग प्रबंधन में कुछ भी खाने की मनाही नहीं है। अलबत्ता मात्रा का ध्यान रखा जाता है। आप मधुमेह में आधा केला ,या फिर एक संतरा /मौसमी ,या फिर सौ ग्राम अमरुद (कच्चा पक्का और भी ज्यादा )रोज़ खा सकते हैं। छोटे आठ और बड़े काले लाल अंगूर चार खा सकते हैं। या फिर सौ ग्राम पपीता (कच्चा पक्का और भी ज्यादा )रोज़ाना खा सकते हैं। या फिर सौ ग्राम तरबूज़ /सरदा (कैन्टालूप )आदिक खा सकते हैं।
(३ )ऐसिडिटी और पाचन में भी राहत :- खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ खाना हमारी बहुत पाचन में होने वाली दिक्कत को और ऐसिडिटी की समस्या को खत्म करता है , थोड़ा गुड़ खाने भर से हमारे पेट की जलन खट्टी डकारें आना जैसी समस्याओं से निजात मिल जाती है।
बीनाई बढ़ाता है गुड़ का सेवन यानी
(७) सरदर्द के लिए भी है अच्छा :- अगर आपको माइग्रेन (मीग्रैन )या रोज -ब -रोज सर दर्द परेशान करता है तो गुड़ में थोड़ा कालीमिर्च ,नमक, काला नमक मिला कर सेवन कर लें आपको मीग्रैन अटेक के वक्त बहुत राहत महसूस होगी |
(८ )रोज़मर्रा के प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचाये रखने भी सहायक :- अगर आप किसी धूल- धंकाड़ वाली फैक्टरी में काम करते है रोज किसी भी तरह के उद्योगिक प्रदूषण का सामना करते है तो आपको गुड़ इससे भी थोड़ी राहत दिलवाएगा खासकर भवन निर्माण में जुटे मजदूर गुड़ ज़रूर खाएं।
बड़े बुजुर्ग भी कह गए हैं :
गर्मी में खाया पचाया न जाये ,
और सर्दी का खाया अंग लग जाए |
इधर खाया उधर हज़म खूब लगता है खाया पीया। मोटापा भी चढ़ सकता है इसलिए सावधान रहें।
मिठाई की जगह बस छोटी सी डली खाना खाने के बाद सदैव गुड़ की ही खाएं। दिमागी न्यूरॉन्स मीठा मांगते हैं खाना खाने के बाद। सर्दियों में खाना पचाने की शरीर की क्षमता ज्यादा होती है | गुड़ पाचन को ऐड़ लगा देता है। पुराना गुड़ खाएं ,नया ज्यादा साफ शफ़ाक़ ज्यादा पीला न हो इसमें तेज़ाब ज्यादा मिलेगा।
गुड़ एक फायदे अनेक :
(१ )आयरन की कमी होती है दूर :- खाने मे थोड़ा सा गुड़ शामिल करने से शरीर मे मौजूद आयरन के तत्व में बढ़ोतरी होती है जो खून की कमी के लिए कारक होता है | गुड़ खाने से खून की कमी दूर होती है ,खासकर आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया काबू में आता है।
(२ )जीवन शैली रोग मधुमेह (डायबिटीज )में भी गुड़ की डली आप खाना खाने के बाद निश्चय ही खा सकते हैं।आधुनिक रोग प्रबंधन में कुछ भी खाने की मनाही नहीं है। अलबत्ता मात्रा का ध्यान रखा जाता है। आप मधुमेह में आधा केला ,या फिर एक संतरा /मौसमी ,या फिर सौ ग्राम अमरुद (कच्चा पक्का और भी ज्यादा )रोज़ खा सकते हैं। छोटे आठ और बड़े काले लाल अंगूर चार खा सकते हैं। या फिर सौ ग्राम पपीता (कच्चा पक्का और भी ज्यादा )रोज़ाना खा सकते हैं। या फिर सौ ग्राम तरबूज़ /सरदा (कैन्टालूप )आदिक खा सकते हैं।
(३ )ऐसिडिटी और पाचन में भी राहत :- खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ खाना हमारी बहुत पाचन में होने वाली दिक्कत को और ऐसिडिटी की समस्या को खत्म करता है , थोड़ा गुड़ खाने भर से हमारे पेट की जलन खट्टी डकारें आना जैसी समस्याओं से निजात मिल जाती है।
बीनाई बढ़ाता है गुड़ का सेवन यानी
(४ )आंखो के लिए भी फायदेकारक :-गुड़ खाने का एक ये भी फायदा है की अगर आपकी आई -साइट वीक है ,नज़र या बीनाई कमज़ोर है तो यह उसमें भी सुधार लाता है |
(५ )हड्डियों के लिए है अच्छा :- गुड़ में केल्शियम की मात्रा पर्याप्त होती है इसलिए गुड़ खाने से हड्डियाँ (अस्थियां ,यानी बोन्स भी मजबूत बनती हैं |
(६ )सर्दी जुकाम में इलाज :- अगर आपको बार बार सर्दी -जुकाम -ख़ासी की शिकायत रहती है और बार बार डॉक्टर के चक्कर आपको काटने पड़ते है तो आपको बार बार पैसे खर्च करके महंगी दवाई खाने की जरूरत नहीं है |गुड़ मे अदरक का रस, कालीमिर्च ,नमक मिलाकर लेने से तुरंत आराम मिलता है | (७) सरदर्द के लिए भी है अच्छा :- अगर आपको माइग्रेन (मीग्रैन )या रोज -ब -रोज सर दर्द परेशान करता है तो गुड़ में थोड़ा कालीमिर्च ,नमक, काला नमक मिला कर सेवन कर लें आपको मीग्रैन अटेक के वक्त बहुत राहत महसूस होगी |
(८ )रोज़मर्रा के प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचाये रखने भी सहायक :- अगर आप किसी धूल- धंकाड़ वाली फैक्टरी में काम करते है रोज किसी भी तरह के उद्योगिक प्रदूषण का सामना करते है तो आपको गुड़ इससे भी थोड़ी राहत दिलवाएगा खासकर भवन निर्माण में जुटे मजदूर गुड़ ज़रूर खाएं।
सुन्दर जानकारी , प्राचीन महापुरुष की देन हमें उनके संदेशों को अमल में लाना होगा । विचारों
ReplyDeleteको याद करते हुए अपनी सभ्यता संस्कृति को संजोए चलना चाहिए।